
मेहंदी लगाने से पहले हाथों, पैरों पर मेहंदी वाला तेल लगा सकते है, ध्यान रहे वो पुराना न हो। मेहंदी को अपने आप सूखने दें, पंखें या कूलर के सामने सुखाने की कोशिश नहीं करें, इससे डिजाईन ख़राब होगी। मेहंदी को ब्लो ड्रायर से भी नहीं सुखाना चाहिए, इससे भी डिजाईन ख़राब होती है।
मेहंदी कला का एक ऐसा रूप है जिसे आप प्राचीन भारत में भी देख सकते हैं। इन डिज़ाइन को आमतौर पर हाथों और पैरों में बनाया जाता है, जबकि कुछ लोग मेहंदी डिज़ाइन को कंधे पर भी बनवाते हैं। यह भारतीय शादियों और यहां तक कि त्योहारों के लिए एक बहुत लोकप्रिय परंपरा है। जब शादी पर लगाई जाने वाली मेहंदी की बात आती है, तो दुल्हन की मेहंदी का रंग अक्सर पार्टनर के प्यार से जुड़ा होता है। अगर आप इस शादी के मौसम में शादी कर रहे हैं और अपनी मेहंदी के रंग को गहरा करना चाहते हैं, तो हमें आपके लिए अपनी दुल्हन मेहंदी को गहरा बनाने और लंबे समय तक चलाने के लिए कुछ बेहतरीन सुझाव लेकर आएं हैं।
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आपने कई लोगों से सुना होगा जब मेहंदी लग जाए तो उसपर नींबू चीनी लगा ले रंग अच्छा हो गा और गहरा होग, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए दरअसल ऐसा करने से आपके मेहंगी का रंग हल्का पड़ सकता है.
मेहंदी जितनी देर तक लगी रहेगी, उसका रंग उतना ही गहरा आएगा। इसलिए रात को मेहंदी लगाना बेस्ट टिप है। मेहंदी जब अच्छे से सूख जाये तो नीम्बू और चीनी का मिक्सचर कॉटन की मदद से, हलके हाथों से लगायें. इससे मेहंदी की डिजाईन चिपकी रहेगी।
डॉट मेहंदी डिजाइन बनाने में काफी आसान होती है। हालांकि देखने में यह डिजाइन थोड़ा मुश्किल जरूर आ रहा है, लेकिन बता दें कि इसमें जाल को भरा-भरा बनाने के लिए डॉट मेहंदी का इस्तेमाल किया गया है। वहीं कलाई पर चैन स्टाइल में मेहंदी लगाई गई है, जिसके लिए डॉट मेहंदी का इस्तेमाल किया गया है।
भारतीय शादी के लिए मोमबत्ती की व्यवस्था
चीनी और नींबू का घोल लगाने के बाद एक पैन में कुछ लौंग रखें। फिर ध्यान से अपनी मेहंदी वाली हथेलियां पैन की तरफ कर दें। धुआं मेहंदी पर लगने दें। ध्यान रखें कि हाथ जले न। ऐसा करने से चीनी-नींबू घोल भी सूख जाएगा।
भारतीय जन-जीवन में मेहंदी का विशेष महत्व है। भारतीय महिलाएं और लड़कियां इसका उपयोग शृंगार-प्रसाधन के रूप में करती है। भारतीय समाज में मेहंदी काफी शुभ मानी जाती है, क्योंकि भारत में मेहंदी हर तीज, त्यौहार, शादी-विवाह या कोई भी have a peek at this web-site ख़ुशी के मौके पर विशेष रूप से हाथों और पैरों में रचाई जाती है। मेहंदी को महिलाएं के सुहाग का प्रतीक भी माना जाता है। मेहंदी एक कला है, जो सुंदर सुंदर डिजाईनों द्वारा हमारे हाथों और पैरों पर लगाई जाती है, इसे लगाने से हाथ पैर बहुत ही सुंदर और आकर्षक दिखाई देते है। भारत में हर जाति, धर्म के लोग मेहंदी को शुभ मानते है और इसे हर ख़ुशी के अवसर पर लगाते है। माना जाता है कि मेहंदी का रंग जितना गहरा होता है, प्यार भी उतना ही गहरा होता है।
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कलश को भारतीय समारोहों में सबसे शुभ तत्वों में से एक माना जाता है। चाहे कोई भी त्योहार हो या शादी जैसा कोई अन्य समारोह, कलश को पवित्र और शुभ माना जाता है। आप इसे द्वार पर या गेट के सामने रख सकते हैं। यह निश्चित रूप से एक शुभ ऊर्जा प्रदान करता है।